पेट दर्द की समस्या का आयुर्वेदिक इलाज
पेट में दर्द हमें कई कारणो से हो सकता है। जैसे पेट में इन्फेक्शन होना ,पित्त बढ़ना ,गैस होना, पेट में कीड़े होना, पथरी होना ,कब्ज होना, अधिक खाना खाना , जरूरत से कम खाना खाना ,और भी कई कारण हैं।
अतः पेट में दर्द के सहायक उपचार निम्नलिखित हैं। पेट में दर्द ठीक ना होने की अवस्था में डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
एक गिलास पानी में आधा चम्मच सौंफ, 7-8 पत्तियां पुदीने की और आधा चम्मच अजवाइन डालकर 5 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं । पानी को छानकर रख लें और उसमें ग्लुकोज़ या मीठा और एक चुटकी काला नमक मिलाकर दिन में दो-तीन बार में पियें। यह पानी बच्चों की पेट की समस्याओं के लिए भी रामबाण है ।
पीना चाहें तो इसे इच्छा अनुसार और अधिक भी पी सकते हैं।
4-5 बूंदे पुदीन हरा की आधी कटोरी पानी में मिलाकर ठंडे या कोसे पीने से पेट दर्द में आराम मिलता है ।
नींबू पानी में काला नमक मिलाकर पीने से पेट दर्द में आराम मिलता है । चाहे तो मीठा भी मिला सकते हैं और पानी गर्म या ठंडा इच्छा अनुसार लें।
यदि पेट में गैस बनने की वजह से दर्द हो रहा हो तो एक चम्मच अजवाइन , दो चुटकी काला नमक और एक चुटकी पिसा हींग मिलाकर गर्म पानी के साथ लें।
यदि आमतौर पर पेट में गैस की समस्या रहती है तो यह नुस्खा हर रोज भी लिया जा सकता है ।
या
अजमोदादि चूर्ण आधा चम्मच गर्म पानी के साथ लें। पेट में अफारा रहने की अवस्था में यह चूर्ण सुबह-शाम खाना खाने के बाद लेना चाहिए ।
यदि पित और गैस दोनो की समस्या है तो अजमोदादी को ना लेकर हिंगवाष्टक चूर्ण का सेवन करें।
यदि पेट में इन्फेक्शन हो तो
गिलोय घनवटी एक एक गोली
सुबह शाम (खाली पेट भी ले सकते हैं )
संजीवनी वटी एक एक गोली सुबह शाम लें
कोसे पानी के साथ लें।
दवाई का प्रयोग आवश्यकता अनुसार करें।
यदि पेट में कीड़े हो तो
विडंगासव बच्चे दो चम्मच दवाई और दो चम्मच पानी मिलाकर रात को सोते समय लें।
बड़े चार चम्मच दवाई और चार चम्मच पानी मिलाकर रात को सोते समय लें।
दवाई का प्रयोग आवश्यकता अनुसार करें ।
1. याद रहे ध्यान रखें की विडंगासव से एक घंटा पहले और एक घंटा बाद दूध और दूध सेे बनी चीज ना लें।
2. हिंग्वाष्टक चूर्ण पेट दर्द में आराम पहुंचाता है।
3. पेट दर्द होने पर कुछ दिनों तक हल्के खाने का सेवन करें ।मूंग दाल की खिचड़ी पेट दर्द में सबसे अधिक लाभकारी है।
4. आधा चम्मच सौंफ ,आधा चम्मच अजवाइन और एक चौथाई चम्मच चीनी को मिलाकर खाने से पेट दर्द में आराम मिलता है।
5. नींबू का अचार पेट दर्द में लाभकारी रहता है।
6. तुलसी अमृत की 5-6 बूंदे पानी में मिलाकर पीने से पेट दर्द में आराम मिलता है।
7. घर पर चूर्ण बनाकर रखें ।
साबुत धनिया 50 ग्राम
जीरा 50 ग्राम
मोटी सौंफ 50 ग्राम
अजवाइन 50 ग्राम
पुदीना पाउडर 50 ग्राम
पिसा हींग 5-6 चुटकी
सभी को इकट्ठा कर धीमी आंच पर थोड़ा सा भून लें। उसके बाद ठंडा होने पर अच्छी तरह से पीसकर पाउडर बना लें ।
आवश्यकतानुसार मिश्रण में गुड़ या शक्कर एवं काला नमक व सेंधा नमक , थोड़ी सी काली मिर्च मिला लें।
एक कटोरी में इमली को पानी में भिगोकर रख दें और इमली का गाढ़ा रस निकाल लें। इमली के रस को मिश्रण में अच्छी तरह से मिला लें।
यह चूर्ण पाचन क्रिया के लिए बहुत लाभकारी है । अतः खाना खाने के बाद या पेट दर्द होने पर ले सकते हैं।
8. खाना शांति से बैठ कर अच्छी तरह से चबाकर खाएं। अच्छी तरह से चबाकर खाने पर हमारी पाचन क्रिया ठीक रहती है।
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