स्त्रियों की समस्या का आयुर्वेदिक इलाज
स्त्रियों को हर महीने होने वाली समस्या में सबसे अधिक परेशान पेट व कमर में दर्द करता है।
शुरु के 3 दिन आधा-आधा चम्मच अजवायन गर्म पानी के साथ सुबह शाम लें या जिस समय पेट में अधिक दर्द हो रहा हो उस समय लें।
यदि दर्द अधिक हो रहा हो और अजवाइन से आराम ना मिले तो
चार से पांच मनक्का का सेवन करने से बहुत जल्द आराम मिलता है।
परहेज
इन दिनों में ठंडी चीजें जैसे दही ,मूली , आइसक्रीम, चावला आदि चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि गलती से इनमें से कोई चीज खा ली हो तो तुरंत मनक्का या अजवाइन का सेवन करें।
यदि मासिक धर्म अनियमित रुप से होता हो और कभी कम कभी ज्यादा रहता हो
अशोकारिष्ट तीन चम्मच दवाई में तीन चम्मच पानी मिलाकर सुबह-शाम लें।
ध्यान रखें कि अशोकारिष्ट से एक घंटा पहले व एक घंटा बाद दूध या दूध से बनी चीज ना लें।
यदि टांगों और पेट में दर्द बहुत अधिक हो या खून का रंग मिट्टी के रंग का हो तो यह इन्फेक्शन के लक्षण हैं।
अतः अशोकारिष्ट के साथ
गिलोय एक-एक गोली
सुबह शाम खाना खाने के बाद
एवं
कैल्शियम एक-एक कैल्शियम की गोली
खाली पेट या खाने के बाद किसी भी समय ली जा सकती है।
दवा का प्रयोग आवश्यकता अनुसार करें।
नियमित रूप से आसन करने पर हमें किसी प्रकार की मासिक धर्म की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। केवल जिन दिनों में मासिक धर्म चल रहा हो उन दिनों आसन ना करें । धनुरासन , सर्वांगासन , नौकासन , पवनमुक्तासन, अर्ध शलवासन , शलवासन इत्यादि इस समस्या में अति उत्तम हैं।
अतः सीखें एवं करें।
टाइट जीन्स पहनने से हमें कई प्रकार की मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है । छोटी लड़कियों को जितना अधिक हो खुले कपड़े पहनाए। अधिक टाइट कपड़े पहनने से कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। घर में जीन्स का प्रयोग कम से कम करें।
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