पेशाब में जलन होने का आयुर्वेदिक इलाज

               पेशाब में जलन तब होती है जब हमारे शरीर में पित्त की मात्रा बहुत बढ़ जाती है और यह पित्त की मात्रा तभी बढ़ती है जब हम अपने खाने में अधिक गर्म चीजों का सेवन करते हैं या अधिक गर्म मसाले लेना शुरू कर देते हैं या कई बार बहुत दिनों  तक एंटी बायोटिक्स खाने पडते हैं।
अतः जब भी पेशाब में जलन हो तो यह ध्यान दें की ऐसी कौन सी चीज है जो हमारे शरीर में गर्मी कर रही है उसका सेवन बंद कर दें।
    पानी पीने की मात्रा अधिक बढ़ा दें ।अधिक पानी पीने से शरीर से गर्मी दूर हो जाती है और जलन में आराम पड़ता है।

     अधिक ठंडी चीजों का सेवन करें । जैसे मूली, दही, लस्सी     इत्यादि । 
        जिन व्यक्तियों को लस्सी व दही लेने से
 जोड़ों में दर्द होता है वह  लस्सी का सेवन 11:00 से 1:00 के बीच में करें ।व लस्सी में काला नमक ,भुना जीरा व  एक चुटकी काली मिर्च डाल लें।   

नींबू पानी पेशाब की जलन कम करने में बहुत सहायक है। नींबू तेज गर्म पानी में ना लें।

 सुबह उठकर खाली पेट कोसे पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से पेशाब की जलन में आराम पड़ता है ।

अधिक फलों का सेवन करें।

     अविपत्तिकर चूर्ण      एक-एक चम्मच सुबह शाम खाना खाने के बाद ठंडे पानी के साथ लें।

 सुबह उठकर खाली पेट एक चम्मच पिसा धनिया ठंडे पानी के साथ लें।
    यदि जलन अधिक लंबे समय से चल रही हो तो

     चंद्रनासव          दो चम्मच दवाई में दो चम्मच पानी            मिलाकर  खाना खाने के बाद  सुबह शाम लें।
आवश्यकता अनुसार दवाई का सेवन करें।

कई बार मूत्राशय में इंफेक्शन की वजह से  भी जलन होती है।

    मूत्राशय की जलन एवं इन्फेक्शन को दूर करने के लिए गिलोय घनवटी          एक एक गोली सुबह शाम खाना खाने के बाद या खाली पेट भी ले सकते हैं।

अन्य उपाय

यष्टिमधु चूर्ण  या मुलेठी का चूर्ण पेशाब की जलन कम करने में बहुत सहायक है।

उपरोक्त उपाय पेशाब की कई प्रकार की समस्या को ठीक करने में सक्षम हैं। इन उपायों का प्रयोग आवश्यकता अनुसार करें।

          मूत्र का कम आना या रुक रुक कर आना

                      4 से 5 छोटी इलायची को पीसकर  दूध के साथ लेने से  मूत्र खुल कर आता है ।
           पानी के साथ भी ले सकते हैं।
चंद्रप्रभा वटी         सुबह-शाम एक एक गोली ठंडे पानी के                                साथ खाना खाने के बाद लें।

                         या 

2 ग्राम जीरा और 2 ग्राम मिश्री दोनों को पीसकर ठंडे जल के साथ फांक लेने से मूत्र तो खुलकर आता है और मूत्र की जलन भी मिटती है । ऐसी मात्रा दिन में तीन बार लें।

                        या

अरंड का तेल  (castor oil)  25 से 50 ग्राम तक गर्म पानी में मिलाकर पीने से 15 से 20 मिनट में मूत्र खुलकर आ जाता है।

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