नसें चढ़ने का आयुर्वेदिक इलाज

           हमारी नसें  3-4  कारणों से चढ़ती हैं,

          जैसे कि यदि हम अधिक बायला खाना खाते हैं, जैसे उड़द ,राजमा ,अधिक आलू वाली सब्जियां, बाहर का खाना इत्यादि ।

        अगर हमारा बैठने ,चलने और सोने का तरीका सही नहीं है तब भी हमारी नसें चढ़ना शुरू हो जाती हैं ।

       यदि  हम कोई भी शारीरिक व्यायाम नहीं करते या घंटो- घंटो बैठे रहते हैं और कोई भी ऐसा काम नहीं है जिससे कि हमारे शरीर में लचीलापन (flexiblity) आए ,तब भी हमारी नसें चढना शुरू हो जाती हैं।
            यदि हमारे भोजन में फलों और सब्जियों  की मात्रा कम हो जाती है और हम पौष्टिक भोजन नहीं लेते ,तो हमारे शरीर में विटामिन  b-12  की कमी होने लगती है जिसकी वजह से बार-बार हमारी नसें चढ़ने लगती हैं ।

हमारी नसें अधिकतर रात को रात को सोते समय चढ़ती है।

     जब भी हमारी नस चढ़ जाए तो शरीर को अधिक ना हिलाएं और उस अवस्था में रहने की कोशिश करें जहां पर हमें आराम मिलता है। धीरे धीरे थोड़ा सा अपने शरीर को सीधा खींचे ताकि नस अपने स्थान पर आ जाए ।एक बार नस उतरने पर भी कईं बार कुछ देर तक उस स्थान पर दर्द रहता है । अतः जहां पर दर्द हो वहां पर अधिक जोर ना डालें और किसी भी अच्छे तेल से मालिश करें।

     Rhumasyl oil की मालिश से दर्द में बहुत जल्द आराम आता है ।
    हम अपना तेल भी बना कर रख सकते हैं।

        सरसों का तेल    250 ग्राम 
      अजवाइन            2- चम्मच 
     पीसी मेथी            2- चम्मच 
      पिसा हींग।        पांच चुटकी 

         सरसों के तेल को गर्म कर थोड़ा ठंडा कर ले ,उसके बाद उसमें अजवाइन ,मेथी और हींग मिलाकर  5- 7  मिनट पकाएं और गैस बंद कर दे ।  14-15  घंटा रखने  के  बाद एक शीशी में छानकर रख लें । 
      किसी भी प्रकार के दर्द में यह तेल बहुत आराम पहुंचाता है ।

      सुबह शाम एक एक गोली विटामिन  b-12  की लें।
   
    खाना खाने के बाद आधा चम्मच अजवाइन , एक चुटकी पिसा हींग  व  दो चुटकी काला नमक मिलाकर कोसे पानी के साथ लें।    धीरे धीरे नसें चढ़ने की समस्या समाप्त हो जाएगी।

     दवाई का प्रयोग आवश्यकता अनुसार करें ।

     यदि हमारे बैठने ,पढ़ने ,काम करने और सोने का तरीका सही नहीं है तब कुछ समय पश्चात हमारी नसें चढ़ने लगती हैं ।अतः जब भी बैठे सीधा बैठे और कमर सीधी रखें ।
     रात को सोते समय अपने बिस्तर को अच्छी तरह साफ कर सबसे पहले एक बार बिना तकिए के जब तक संभव हो सके बिल्कुल सीधा लेटें। दिन भर की थकान भी बहुत जल्दी दूर हो जाती है । 
       तकिए का प्रयोग तभी करें जब हमें दाएं या बाएं करवट ली हो । शुरू में यह करना मुश्किल लगता है लेकिन कुछ समय पश्चात ही यह संभव हो जाता है।

    व्यायाम ,सैर और योगासन का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। यह हमारे शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखता है। हमारे शरीर का  लचीलापन बना रहता है और नसें चढ़ने की समस्या को जड़ से समाप्त कर देता है । अतः अपने जीवन में जो भी संभव हो सके- व्यायाम , सैर  या  योगासन को अवश्य  स्थान दें।

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