जोड़ों के दर्द का इलाज
जोड़ों का दर्द आज के समय में एक बहुत सामान्य समस्या है ।कई बार छोटे-छोटे बच्चों में भी यह दर्द परेशान करने लगता है । यह दर्द इंसान के किसी भी जोड़ में हो सकता है। जैसे घुटनों का दर्द, एडी का दर्द , बाजू की कलाई का दर्द, कोहनी का दर्द , गर्दन का दर्द इत्यादि।
जोड़ों का दर्द शरीर में वात यानी वायु बढ़ने की वजह से होता है ।जब भी हम अधिक ठंडी एवं बाय वाली चीजों का सेवन करते हैं तो हमारे जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है या ज्यादा वात वाला खाना खाने से धीरे धीरे जोड़ों में दर्द रहने लगता है ।
यह कम या ज्यादा हो सकता है । बायला खाना जैसे राजमा ,चावल , उड़द, अरबी, कड़ी ,दही इत्यादि होते हैं ।
रात के समय में बायला खाना खाना बहुत अधिक हानिकारक होता है।
3:00 बजे से पहले यदि हम बायला खाना खाते हैं तो यह आसानी से पच जाता है और शरीर के जोड़ों में नुकसान नहीं पहुंचाता ।
रात के समय हमें हल्का एवं पौष्टिक खाना खाना चाहिए । दही का सेवन रात को बिल्कुल नहीं करना चाहिए और रात के समय सब्जी ,खिचड़ी और दलिए आदि का सेवन करें ।दालों में हल्की दालें जैसे लाल मलका, मूंग के छिलके वाली दाल , मूंग धुली दाल आदि का सेवन करें ।
यदि हमारे जोड़ों में हल्का हल्का दर्द रहता है या कभी-कभी दर्द होता है तो
अजमोदादि चूर्ण आधा-आधा चम्मच
सुबह शाम खाने के बाद लें।
यदि दर्द अधिक हो रहा तो हो तो उसी समय भी अजमोदादि चूर्ण ले सकते हैं ।
किसी भी जोड़ के दर्द में बहुत जल्द आराम आ जाता है ।
अजमोदादि चूर्ण बच्चों को भी दे सकते हैं।
यदि जोड़ों का दर्द बहुत अधिक है और चलने फिरने या बाजू को हिलाने में दिक्कत होती है तो
वातारि चूर्ण आधा-आधा चम्मच
सुबह शाम खाने के बाद लें।
यह चूर्ण सुबह शाम खाली पेट दूध के साथ भी ले सकते हैं ।
जोड़ों की मालिश के लिए तेल बना कर रखें।
सरसों का तेल। 250 ग्राम
अजवाइन 50 ग्राम
साबुत मेथी 50 ग्राम
हींग चार चुटकी पिसा हुआ
सरसों के तेल को अच्छी तरह से गर्म कर लें। गर्म करने के बाद गैस बंद कर दें और थोड़ी देर ठंडा होने दें। उसके बाद तेल में तीनों चीजें एक साथ डाल कर 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं । उसके बाद ठंडा होने के लिए रख दें। कुछ घंटों के बाद छानकर एक शीशी में भरकर रख लें । यह जोड़ों के दर्द में बहुत लाभकारी है ।
यदि घुटनों की या शरीर के किसी और जोड़ की ग्रीस खत्म हो गई हो तो दिन में कई बार इस तेल की मालिश करें और अपने खाने में अधिक घी का उपयोग करें।
कई बार कैल्शियम की कमी या अधिकता भी जोड़ों में दर्द करती है । अतः यदि उपरोक्त उपाय आराम ना दें तो अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
दवा का उपयोग आवश्यकतानुसार करें ।
दवा की शुद्धता का भी ध्यान रखें।
योग और आसन जोड़ों के दर्द की समस्या को जड़ से समाप्त कर देते हैं ।
अतः सीखे एवं करें।
शुरू में धीरे-धीरे व्यायाम करना शुरू करें। बाद में जैसे-जैसे जोड़ों का दर्द ठीक होता जाएगा वैसे वैसे हमें आसन लगाने आसान हो जाएंगे।
कुछ व्यक्तियों को जोड़ों के दर्द के साथ साथ पित्त की समस्या भी रहती है या कोई भी गर्म चीज खाने से पित्त बढ़ जाता है । जिसकी वजह से या तो मुंह में छाले हो जाते हैं या छाती में जलन होती है ।और भी कई लक्षण है पित्त बढ़ने के ।
इसलिए यदि जोड़ों के दर्द के साथ-साथ पित्त की समस्या भी रहती है तो
त्रिफला एक बड़ा चम्मच
रात को सोते समय तेज गर्म पानी के साथ लें।
अविपत्तिकर चूर्ण एक एक छोटा चम्मच
सुबह शाम खाने के बाद कोसे पानी के साथ लें।
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