दस्त लगने का आयुर्वेदिक इलाज

    बच्चों को दस्त होना
             बच्चों को कई कारणों से दस्त हो सकते हैं। जब बच्चे दांत निकालते हैं तब भी उन्हें दस्त होते हैं ।छोटे बच्चे हर चीज मुंह में डालते हैं जिससे भी पेट में कीड़ों की समस्या बढ़ जाती है और दस्त भी बार-बार लगते हैं।
दांत निकालते समय दस्त होना 

  एक छोटी हरड़ को एक चम्मच पानी लेकर घिसने वाले पत्थर पर घिसें।   
       जब पानी का रंग थोड़ा सा काला हो जाए, फिर चम्मच में 
वापिस डालें।

थोड़ा सा ग्लुकोज़ या मीठा डालकर बच्चे को पिलाएं

सर्दियों में बच्चों को दस्त होना

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        सर्दियों में बच्चों को ठंड लगने की वजह से दस्त हो जाते हैं। अतः आधा कप पानी में 2 लॉन्ग डालकर तब तक पकाएं जब तक पानी तीन या चार चम्मच ना रह जाए ।बाद में उसमें चीनी या थोड़ा सा शहद डालकर बच्चे को पिलाएं।

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       एक चम्मच शहद लेकर उसमें चार-पांच बूंद अदरक का रस मिलाएं और बच्चे को  पिलाएं।

गर्मियों में बच्चों को दस्त लगना 

एक गिलास पानी में आधा चम्मच अजवाइन ,एक चम्मच सौंफ और पुदीने की 10 -15 पत्तियां या पिसा हुआ पुदीना आधा चम्मच डालकर 10-15 मिनट तक पकाएं।

 ठंडा होने पर पानी छान लें।

       थोड़े थोड़े पानी में एक चम्मच ग्लूकोस और एक चुटकी नमक डाल कर बच्चों को  पिलाएं ।
दिन में थोड़ी थोड़ी देर बाद देते रहें।

बच्चों को पतले दस्त होने पर केला मसल कर देना चाहिए ।
पतली खिचड़ी और दही मिलाकर देनी चाहिए।

यदि दूध हजम ना हो रहा हो तो आधा दूध और आधा पानी मिलाकर कुछ दाने सौंफ के डाल कर दूध को उबालें ।
उसके बाद छानकर बच्चे को पिलाएं।

यदि बच्चा बहुत छोटा है तो बच्चे को पानी में चीनी नमक मिलाया धोल दें ।
कच्चे दूध की लस्सी ,नमकीन छाछ या कच्चे नारियल का पानी देना चाहिए ।
दाल का पानी भी बच्चों के लिए अच्छा रहता है।

बड़ों को दस्त होना

 हमें दस्त कई कारणों से होते हैं। जैसे पेट में संक्रमण  (infection)होना ,अपच होना, पेट में गर्मी होना इत्यादि

उपाय

          गिलोय।       एक एक  गोली 
                             सुबह शाम 
बिल्लवादी चूर्ण       एक एक चम्मच
                        सुबह शाम ठंडे 
               पानी के साथ लें।
       खाली पेट भी ले सकते हैं।

              दो गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन ,दो चम्मच सौंफ  ,20 से 25 पत्तीयें  पुदीने की या पिसा पुदीना एक चम्मच डालकर तब तक पकाएं जब तक पानी आधा रह जाए।
       पानी को छानकर रख लें। थोड़ी थोड़ी देर बाद आधा आधा कप पानी में एक चम्मच ग्लूकोस और एक चुटकी नमक डालकर पीते रहें ।
पेट की हर प्रकार की समस्या में राहत मिलेगी।

दही में एक या दो चम्मच इसबगोल मिलाकर खाने से भी दस्त में बहुत आराम मिलता है।

पेट में कीड़े होना

विडंगासव       बच्चे      दो चम्मच पानी में एक चम्मच दवाई        मिलाकर रात को सोते समय बच्चे को पिलाएं।
                   बड़े          चार चम्मच पानी और दो चम्मच दवाई मिलाकर रात को सोते समय लें

    दवाई से एक घंटा पहले और  एक घंटा बाद कोई भी दूध या दूध से बनी कोई चीज ना लें।

आवश्यकता अनुसार दवाई का सेवन करें।

परहेज

    1       हल्का खाना खाए जैसे खिचड़ी, दलिया ,मूंग की छिलके वाली दाल ,पतली दाल, इत्यादि ।
2       जितना हो सके फल और ताजे फलों का जूस लें। मौसम के फल खाना अधिक लाभकारी होता है । 
बेमोसमी फल हमारी सेहत के लिए ज्यादाा अच्छे नहीं रहते।
3       यदि भूख ना लगे तो खाना ना खाएं।
केवल ऊपर लिखा मिश्रण पीते रहें।
   

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