मोटापा

मोटापे का सबसे बड़ा कारण समय पर ना उठना, बेसमय और अधिक खाना खाना ,काम कम करना और पौष्टिक आहार ना लेना इत्यादि है ।मोटापा कई प्रकार का होता है।
 व्यक्ति को हमेशा 6:00 बजे से पहले उठ जाना चाहिए।

A      पेट बढना

           कई व्यक्तियों का पूरा शरीर ठीक होता है। परंतु केवल पेट बड़ा होता है। यह पेट में पित्त की निशानी है ।
      उपाय
एलोवेरा जूस
                            दो बड़े चम्मच और दो चम्मच पानी 
                            सुबह खाली पेट मिलाकर लें।
              ऊपर से एक गिलास पानी पी सकते हैं।
     त्रिफला       एक चम्मच गर्म पानी के साथ 
                  रात को सोते समय 

दो-तीन दिन पतले दस्त लग सकते हैं ।बाद में ठीक हो जाएंगे
एक महीना लगातार लेने पर बाद में आवश्यकता अनुसार लें।

सुबह उठकर व्यायाम करें।
अलोम विलोम, कपालभाति प्राणायाम और आसन सीखें और करें।

B    कमर के नीचे का हिस्सा बढ़ना या हिप्स बढ़ना

           इस प्रकार के मोटापे के लिए व्यायाम अति आवश्यक है ।  यदि हम बैठने का काम अधिक करते हैं तो हमारा कमर के नीचे का हिस्सा फैल जाता है ।
    सुबह जल्दी उठकर व्यायाम शुरू करें ।
अलोम विलोम ,कपालभाति प्राणायाम और आसन सीखें और करें। 
शुरू में 10-15 मिनट से शुरू कर बाद में आधा से एक घंटा व्यायाम करें ।
आरोग्यवर्धिनी वटी      दो-दो गोली सुबह शाम खाना खाने के                                     बाद पानी के साथ लें।
त्रिफला         आधा चम्मच 
इसबगोल          एक चम्मच 
        दोनों रात को सोते समय गरम दूध या गर्म पानी के साथ लें। 15 दिन लगातार लेनेेे के बाद हफ्तेे में दो या तीन बार आवश्यकता अनुसार लेें।

C.   पूरे शरीर पर मोटापा आना

        इसका कारण सुबह लेट उठना ,उठते ही कुछ ना कुछ  खाना ,जरुरत से ज्यादा खाना, थोड़ी थोड़ी देर बाद खाना और कई बार बहुत देर तक भूखा रहना है ।
मोटापा ना केवल दिखने में बुरा लगता है बल्कि कई बीमारियों को बुलावा देता है।

          मोटापा घटाने के लिए सुबह जल्दी उठना और व्यायाम करना अति आवश्यक है ।परंतु मोटापा बढ़ने के साथ यही दोनों काम करने कठिन हो जाते हैं।
 इसलिए 
अजमोदादि चूर्ण      आधा आधा चम्मच 
                 सुबह शाम खाने के बाद कोसे पानी के साथ लें।                    सुबह उठने में लाभकारी होगा ।
आरोग्यवर्धिनी वटी       दो-दो गोली 
                     सुबह शाम खाना खाने के बाद कोसे पानी के साथ लें।
         यदि कब्ज रहती है तो रात को सोते समय त्रिफला और इसबगोल गर्म दूध या गर्म पानी के साथ लें।

यदि अत्यधिक कब्ज है तो शुद्धि चूर्ण ,नित्यम गोली आदि का सेवन रात को सोते समय तेज गर्म पानी के साथ करें।
          कुछ दिन लेने के बाद त्रिफला और इसबगोल का सेवन करें । त्रिफला और इसबगोल का सेवन लंबे समय तक किया जा सकता है।

         मोटापा घटाने के लिए खाना खाने का समय निश्चित करना अति आवश्यक है।

1    सुबह जल्दी उठकर एक या दो गिलास ठंडा या गर्म पानी अपनी इच्छा अनुसार पिएं। पानी के साथ एलोवेरा जूस ,आंवला जूस ,नींबू पानी ,नींबू शहद इत्यादि अपनी इच्छा अनुसार लें  ।  

नींबू पानी सुबह खाली पेट सभी को ठीक नहीं रहता ।अतः दिन में किसी भी समय ले सकते हैं ।

मोटापा घटाने के लिए दिन में किसी भी समय एक बार नींबू पानी अवश्य लेना चाहिए।

2       उठने के 1 या 2 घंटे बाद नाश्ता करें ।नाश्ता सुबह 9:00 बजे से पहले हो जाना चाहिए।

3      दोपहर का खाना 12 से 2:00 बजे तक के बीच में ले लेना चाहिए ।

4    रात का खाना 7:00 बजे तक और ज्यादा से ज्यादा 8:00 बजे तक ले लेना चाहिए।

5  यदि रात को भूख लगे तो गर्म दूध लेना चाहिए।
          
        प्रकृति के अनुसार इन तीनों समय पर हमारी पाचन शक्ति सबसे अधिक होती है ।हमारा खाना आसानी से पच जाता है। और हमें ऊर्जा प्रदान करता है ।
सुबह 9:00 बजे के बाद ,दिन में  2:00 बजे के बाद और रात को 8:00 बजे के बाद हमारी पाचन शक्ति कमजोर होती जाती है ।हमारा खाना पूरा नहीं पच पाता ।अतः वह शरीर में जमा होने लगता है और मोटापे का रूप ले लेता है।
 
 परहेज 

         पपीताा औ दूध एक साथ ना खाएं ।

     दूध और मलाई के साथ मीठी चीजों और फलों का सेवन करना चाहिए। पपीतेे को छोड़़कर ।

     नमक वाली चीजों के साथ पनीर ,दही और मक्खन का सेवन करना चाहिए।

मसाला चाय( herbal tea)

          यदि सुबह उठकर चाय की आवश्यकता महसूस होती हो तो मसाला टी बनाएं
विधि 
  एक कप चाय 

            एक कप पानी
      सौंफ                  एक चौथाई चम्मच 
अजवाइन                 एक चौथाई चम्मच 
इलायची पाउडर          एक चुटकी 
दालचीनी पाउडर        एक चुटकी 
जीरा                         एक चौथाई चम्मच 
धनिया पाउडर           आधा चम्मच 

सभी को अच्छे से उबाल लें और छानकर कप में डाल लें।
      मीठा इच्छा अनुसार 

मीठे में शक्कर, देसी खाण्ड , शहद या गुड़ का भी प्रयोग कर सकते हैं।

Note

       यदि किसी समय भूख ना लगे तो खाना नहीं खाना चाहिए ।खाने की जगह केवल फल या किसी भी जूस या शरबत आदि का सेवन करना चाहिए ।

         एक बार खाना खाने के बाद कम से कम 3 घंटे का समय खाने को पचाने के लिए देना चाहिए ।

       बार बार और जल्दी-जल्दी खाने से हमारी पाचन शक्ति कमजोर पड़ जाती है।

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